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न करें चिंता, घर पर मरीजों व बुजुर्गों की बेहतर देखभाल संभव

विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में ट्रेंड स्टाफ करेगा जरूरतमंद की उचित तीमारदारी

एसआरएमएस पहली फरवरी से बरेली के लोगों को देगा होम नर्सिंग की सुविधा

मरीज को स्नान कराने से लेकर इमरजेंसी में भी मदद करने में सक्षम होगा स्टाफ

अकेलेपन से दूर करने के लिए बुजुर्गों को प्रेरक कहानियां सुनाने की भी दी गई ट्रेनिंग

नुक्कड़ संवाददाता, बरेलीः आपके परिवार में किसी न किसी सदस्य को कभी न कभी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा होगा। जरूरी देखभाल के लिए भी अवकाश न मिलने या दूसरी व्यस्तताओं से उनके लिए समय न निकल पाने पर आप परेशान भी हुए होंगे। घबराइये नहीं, ऐसी समस्या से आप ही नहीं हम सबका सामना हुआ है। लेकिन अब ऐसी किसी भी समस्या का समाधान आपको उपलब्ध होगा। घर में किसी भी मरीज या बुजुर्ग की देखभाल अब आपकी अनुपस्थिति में भी संभव होने वाली है। वह भी ट्रेंड नर्सिंग अटेंडेंट द्वारा। होम नर्सिंग की इस सुविधा के लिए ज्यादा कुछ नहीं करना, बस आपको एसआरएमएस फोन करने की जरूरत है। तो सोचिए नहीं, उठाइए फोन।

शहर से दूर बच्चों का नौकरी करना और घर में बुजुर्ग मां-बाप का अकेले रहना आज सबसे बड़ी समस्या बन गया है। मां-बाप बच्चों के पास जाना नहीं चाहते या जा नहीं सकते। करियर की आपाधापी में बच्चों का भी पास रहना या उनके लिए समय निकालना संभव नहीं। ऐसे में बच्चों को परेशान न करने की कोशिश में बुजुर्ग मां-बाप अपनी सेहत संबंधी परेशानी भी छुपाने लगते हैं। रोजमर्रा की जिंदगी में मदद की कितनी भी जरूरत हो। विश्वास न होने से वह आस-पड़ोस या किसी अजनबी की मदद भी नहीं लेते। अब ऐसे लोगों को सुविधा देने के लिए एसआरएमएस (श्री राममूर्ति स्मारक इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस) ने कदम बढ़ाया है। एक फोन काल के जरिये मामूली खर्च पर होम नर्सिंग की सुविधा आप हासिल कर सकते हैं। जिसके तहत नर्सिंग अटेंडेंट उपलब्ध कराया जाएगा। जो मरीजों या बुजुर्गों को नहलाने, कपड़े बदलवाने, खाना खिलाने से लेकर समय से दवाइयां भी खिलाएगा। यह स्टाफ बीपी, पल्स, टेंप्रेचर की जांच करेगा। फिजियोथेरेपी देगा। साथ ही इंसुलिन देने में भी ट्रेंड होगा। बुजुर्गों की बात सुनना और उन्हें कहानियां सुनाने में भी यह स्टाफ कुशल होगा। बेसिक लाइफ सपोर्ट में भी प्रशिक्षित होने से ये नर्सिंग अटेंडेंट हृदयगति रुकने जैसी स्थिति में तत्कालिक प्राथमिक कार्रवाही में भी सक्षम हैं। ऐसी किसी भी इमरजेंसी में नर्सिंग अटेंडेंट प्राथमिक उपचार भी करेगा और विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में मरीज को एसआरएमएस भी शिफ्ट करवाएगा।

कैसे हासिल करें होम नर्सिंग की सुविधा

होम नर्सिंग के लिए नर्सिंग अटेंडेंट की मदद लेने के लिए आपको एसआरएमएस फोन करना पड़ेगा। किस तरह की सुविधा चाहिए, बताना होगा। एसआरएमएस के कर्मचारी फोन पर आपकी परेशानी को समझेंगे और फिर जरूरत के हिसाब से पुरुष या महिला नर्सिंग अटेंडेंट मदद को भेजी जाएगी। इसके लिए सुविधा लेने वाले और संबंधित नर्सिंग अटेंडेंट दोनों की लिखित सहमति आवश्यक होगी। नर्सिंग अटेंडेंट प्रतिदिन आपका चेकअप कर अपनी रिपोर्ट एसआरएमएस को भेजेगा। आपके स्वस्थ होने पर एसआरएमएस का स्टाफ फिर आपसे संपर्क करेगा और नर्सिंग अटेंडेंट के काम का फीडबैक लेगा। संतुष्ट होने पर होम नर्सिंग की यह सुविधा आप जरूरतमंद को भी रिकमंड कर सकते हैं।

दिन, रात या पूरे दिन की देखभाल

होम नर्सिंग की सुविधा दिन, रात या फिर पूरे 24 घंटों के लिए ली जा सकती है। जरूरत को देखते हुए मदद के लिए आप नर्सिंग अटेंडेंट को तीन या उससे ज्यादा दिन (महीने भर तक) भी साथ रख सकते हैं। हां इसके लिए समय और दिन के हिसाब से अलग अलग वाजिब भुगतान संबंधित व्यक्ति को करना होगा।

समय की जरूरत है यह सुविधा

स्वस्थ होने के बाद भी ज्यादातर लोग अस्पताल से जाने के बाद, घर में सही देखभाल न होने से, फिर बीमार हो जाते हैं। या रिकवरी में काफी समय लगता है। आईसीयू में जरूरत न होने के बाद भी कई बार घरवाले अस्वस्थ व्यक्ति को वार्ड में शिफ्ट नहीं करते। इसकी वजह आईसीयू में देखभाल के लिए 24 घंटे अटेंडेंट उपलब्ध रहना है। समय न निकाल पाने वाले ऐसे कामकाजी परिजनों के लिए भी होम नर्सिंग की सुविधा वरदान साबित होगी। ऐसे में यह नर्सिंग अटेंडेंट व्यक्तिगत रूप से प्राइवेट या डीलक्स वार्ड में भी नर्सिंग सेवाएं दे सकते हैं। बीमार व्यक्ति को घर पर तो इसका लाभ मिलेगा ही। बुजुर्ग और अशक्त भी इसकी मदद से दिनचर्या को ठीक से नियमित रख पाएंगे। एसआरएमएस की ओर से होम नर्सिंग की यह सुविधा पहली फरवरी से शुरू की जा रही है। पहले चरण में इसका लाभ बीडीए क्षेत्र में रहने वाले ही उठा पाएंगे। धीरे धीरे इसका विस्तार किया जाएगा।

Dr.-R.P.Singh
-डा.आरपी सिंह,
डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट,
एसआरएमएस इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज बरेली